Saturday, January 5, 2019

एक साथ एक हजार से अधिक बच्चे देखेंगे परिंदों की रंगीन दुनिया

बांसवाड़ा बर्ड फेस्टिवल
बांसवाड़ा, 4 जनवरी/ जिला प्रशासन की पहल पर 8 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘बांसवाड़ा बर्ड फेस्टिवल’ का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इस फेस्टिवल के तहत देश-प्रदेश के पक्षीविशेषज्ञों व पर्यावरणप्रेमियों की मौजूदगी में पर्यावरणीय विषयों पर चर्चा के साथ ही विश्व की सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाली ‘बर्ड वॉचिंग’ की नई हॉबी से भावी पीढ़ी को साक्षात् करवाने का प्रयास किया जाएगा।   
एक्सपर्ट्स दिखाएंगे परिंदों की रंगीन दुनिया: 
जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि इस आयोजन के तहत विद्यार्थियों और आम जनों को परिंदों की रंगीन दुनिया को दिखाया जाएगा। उन्हांेंने बताया कि 8 जनवरी को सुबह 8 से 12 बजे तक विद्यार्थियों के लिए पक्षी दर्शन कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसमें जिला मुख्यालय व आसपास के 21 चुनिंदा स्कूलों से कक्षा 9 से 11 तक की कक्षा के लगभग 1000 विद्यार्थियों को कूपड़ा  तालाब में जलक्रीड़ा करने वाले स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों को दिखाया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से बायनाकूलर्स और स्पोटिंग स्कॉप मंगवाएं गए हैं जिनके माध्यम से विशेषज्ञ विद्यार्थियों को रंग-बिरंगे पक्षियों और उनकी जलक्रीड़ाओं को दिखाते हुए उनकी विशेषताओं के बारे में बताएंगे। इस मौके पर यहां पर एक फोटो प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी जिसमें जिले में पाए जाने वाले पक्षियों के बारे में बताया जाएगा। इस दौरान पहुंचने वाले शहरवासियों व ग्रामीणों को भी पक्षी विशेषज्ञों के सहयोग से बर्डवॉचिंग करवाई जाएगी। 
प्रतियोगिता और फेस पेंटिंग का रहेगा आकर्षण:  
बर्ड फेस्टिवल संयोजक व उप निदेशक (जनसंपर्क) कमलेश शर्मा ने बताया कि बर्डवॉचिंग स्थल पर ही पक्षियों से संबंधित क्विज और पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की सूची शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि टेटू के प्रति बच्चों के आकर्षण को देखते हुए बर्डफेयर के तहत बच्चों के चेहरों पर पक्षियों के टेटू उकेरते हुए फेस पेंटिंग एक्टिविटी भी करवाई जाएगी। इसके लिए उदयपुर से टेटू आर्टिस्ट निर्मल यादव व अन्य एक्सपर्ट का एक दल 7 जनवरी की शाम को बांसवाड़ा पहुंचेगा। 
डाक टिकटों पर दिखेगा परिंदों का संसार:   
प्रदर्शनी स्थल पर विश्वभर में पक्षियों पर जारी किए गए डाक टिकटों की विशाल प्रदर्शनी भी विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इस प्रदर्शनी के तहत उदयपुर की डाक टिकट संग्रहकर्त्ता पुष्पा खमेसरा द्वारा भारत सहित विश्व के 249 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए 5000 से अधिक डाक टिकटों को प्रदर्शित किया जाएगा। इन डाक टिकटों मंे विश्व में सबसे पहले पश्चिमी आस्ट्रेलिया में 1871 में स्वान पर जारी किया गया डाक टिकट भी प्रदर्शित किया जाएगा।      
तितलियों के जीवनचक्र का होगा जीवंत प्रदर्शन:
प्रदर्शनी में पहली बार चार तितलियों के जीवनचक्र का लाईव प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसमें तितलियों पर शोध कर रहे डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे के तितली विशेषज्ञ मुकेश पंवार द्वारा तितलियों के जीवनचक्र के फोटोग्राफ्स के साथ होस्ट प्लांट पर अण्डे, लार्वा व प्यूपा का लाईव प्रदर्शन किया जाएगा तथा तितलियों के जीवनचक्र के बारे में जानकारी दी जाएगी।  
कई एक्सपर्ट्स की मिली सहमति: 
बर्डफेस्टिवल में बतौर एक्सपर्ट्स प्रदेशभर के बर्डएक्सपर्ट्स के पहुंचने की सहमति प्राप्त हुई है। संयोजक शर्मा ने बताया कि बर्डफेस्टिवल में रिटायर्ड आईएएस व वाईल्ड लाईफ विशेषज्ञ विक्रमसिंह, राजपूताना सोसायटी ऑफ नेचुरल हिस्ट्री भरतपुर के डॉ. एसपी मेहरा व डॉ. सरीता मेहरा, अजमेर से डॉ. विवेक शर्मा, समाराम देवासी व अभिनव मिश्रा, जयपुर से सुमित बेरी, पुलकित टांक व प्रकाश विजय, कपासन से उज्जवल दाधिच, उदयपुर से प्रीति मुर्डिया, विनय दवे, प्रदीप सुखवाल, उत्तम पेगु, विजेन्द्र परमार, जीके तिवारी सहित कई विशेषज्ञों ने पहुंचने के लिए सहमति प्रेषित की है। 





No comments:

Post a Comment