Sunday, December 9, 2012

दो दिवसीय रंगारंग माही महोत्सव 28-29 November 2012



माही को सम्मान, संस्कृति का गुणगान

जिले की नैसर्गिक व सांस्कृतिक विविधता से देश-प्रदेश को रू-ब-रू करवाने के उद्देश्य से  दो दिवसीय रंगारंग माही महोत्सव  बांसवाड़ा के कुशलबाग मैदान में आयोजित किया गया। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में इस महोत्सव में दो दिनों तक लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की धूम रही और  देशभर की आदिम सांस्कृतिक कलाओं के साथ वागड़ अंचल की कलाओं ने एक मंच पर अपने वैविध्य को प्रस्तुत किया। 

शंखनाद से हुआ शुभारंभ, गजराज ने किया नेतृत्वः 

महोत्सव के शुभारंभ समारोह का प्रमुख आकर्षण भव्य शोभायात्रा थी। शोभायात्रा का शुभारंभ शहर के कुशलबाग मैदान में शंखनाद से हुआ। कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता, जिला प्रमुख रेशम मालवीया, नगरपरिषद सभापति राजेश टेलर व समाजसेवी चांदमल जैन द्वारा दीपप्रज्वलन के बाद जैसे ही समाजसेवी भुवुन मुकुन्द पण्ड्या ने शंखनाद किया तो महोत्सव के आयोजन से उल्लसित चेहरों पर दुगुनी चमक छा गई। माही मैया की जय के साथ शोभायात्रा ने कुशलबाग मैदान से प्रस्थान किया। इस शोभायात्रा में कलक्टर गुप्ता, जिला प्रमुख मालवीया, नगरपरिषद सभापति टेलर, समाजसेवी जैन, उप सभापति अमजद हुसैन, पूर्व विधायक रमेश पण्ड्या सहित बड़ी संख्या में अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों भाग लिया।




























शोभायात्रा का नेतृत्व गजराज कर रहे थे तो उनके पीछे आकर्षक वेशभूषा में लोक कलाकारों के दल अपनी प्रस्तुतियां देते हुए चल रहे थे।  घोडा़ंे और ऊॅंटों पर भी आकर्षक वेशभूषा में लोक कलाकार बैठे हुए थे।




 इसके अलावा  गैर नर्तकों के दल, देशी ढोल, कुण्डी और थाली की स्वर लहरियां बिखेरते हुए वादक दल तथा जिले की समस्त पंचायत समितियों से पहुंचे  लोक कलाकार नाचते-गाते हुए शोभायात्रा में आकर्षण बिखेर रहे थे।




शोभायात्रा में नगर क्षेत्र की पन्द्रह शिक्षण संस्थाओं की सैकड़ों बालिकाएं पारम्परिक वेशभूषा व आकर्षक कलश लेकर सम्मिलित हुई  । इसके साथ ही शहर के विभिन्न  स्कूलों के बैण्ड दलों ने भी स्वरलहरियों से शहर को गुंजायमान कर दिया। एक किलोमीटर से अधिक लंबी इस शोभायात्रा को देखने के लिए शहरवासी भी उमड़े।  शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पुनः कुशलबाग मैदान में ही थमी।


विदेशी हाथों में रची देशी हीना: 

माही महोत्सव के तहत आयोजित होने वाली विभिन्न लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को देखने के लिए विदेशी सैलानी भी पहुंचे और विभिन्न आयोजनों का लुत्फ उठाया। विदेशी सैलानियों ने मटका दौड़ और रस्साकस्सी का भी आनंद उठाया। विदेशी युवतियों ने यहां पर अपने हाथों में देशी हीना भी रचाई और इस महोत्सव की यादों को अपने मानसपटल पर अंकित किया।



  हॉट एयर बैलून व पैरासेलिंग से हुए रोमांचित

माही महोत्सव के तहत कुशलबाग मैदान में एडवेंचर स्पोर्ट्स के तहत हॉट एयर बैलून से आसमां की सैर और पैरा सेंलिग व जोरबिग बॉल से शहरवासी बड़े रोमांचित हुए।  शहर के कुशलबाग मैदान में विशाल गुब्बारे को देखकर बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे और हॉट एयर बैलून में बैठकर करीब तीन सौ फीट से शहर का नज़ारा देखकर आनंद उठाया। हॉट एयर बैलून में बैठने के आनंद का संवरण अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने भी किया।




  शोभायात्रा उपरांत   जिला कलक्टर के.बी. गुप्ता, जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीया, समाजसेवी चांदमल जैन, नगरपालिका के सभापति राजेश टेलर सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने हॉट एयर बैलून में बैठकर कुशलबाग की सैर की और सैकडों फिट ऊॅंचाई से कुशलबाग के आस- पास के क्षेत्र का नज़ारा देखा।




  हॉट एयर बैलून, पैरा सेलिग एवं जोरबिंग बॉल  का मज़ा लेने के लिए आज दिनभर लोगों की भीड़ उमड़ी । हॉट एयर बैलून के प्रति बच्चों में विशेष उत्साह था और उन्होंने लाईन लगाकर इसमें सैर का आनंद उठाया।  बच्चों के साथ आए अभिभावकों ने भी समस्त इवेंटों का जमकर आनन्द लिया। दूसरी ओर रोमांच के इच्छुक लोगों ने कागदी पिक अप वियर में वाटर स्पोटर््स का भी जमकर लुत्फ उठाया।  





 खेलकूद प्रतियोगिताएं हुईः 

महोत्सव के  तहत कुशलबाग मैदान में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं हुई जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने उत्साह से हिस्सा लिया। ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं के तहत तीरंदाजी, रस्सा-कस्सी और मटका दौड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।  जिला खेल अधिकारी महेश चंद्र गौतम के निर्देशन में हुई इन प्रतियोगिताओं के प्रति खिलाड़ियों में विशेष उत्साह देखा गया। रस्सा कस्सी प्रतियोगिता पुरूष वर्ग में 16 दलों ने भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान राजभोई माली समाज बांसवाड़ा ने तथा द्वितीय स्थान उपला घण्टाला के ग्रामीणों के दल ने प्राप्त किया। इसी प्रकार महिला वर्ग रस्साकस्सी में प्रथम स्थान पर हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय रेंजर्स दल और द्वितीय स्थान पर उपला घण्टाला की महिलाओं ने प्राप्त किया। इसी प्रकार मटका दौड़ में महिला वर्ग में 38 महिलाओं ने भाग लिया। प्रथम स्थान भवानपुरा की पारी/मोहनलाल ने, द्वितीय स्थान रमीला/रामलाल ने तथा तृतीय स्थान मीना ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता उपरांत विजेताओं को जिला कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता, उपभोक्ता मंच सदस्य शैलेन्द्र भट्ट तथा उपखण्ड अधिकारी वारसिंह ने नकर पुरस्कार प्रदान किए।



  कुशलबाग में स्थापित हुआ गांव,  जीवंत हुआ ग्रामीण परिवेश

महोत्सव के तहत कुशलबाग मैदान में ग्रामीण परिवेश को जीवंत किया गया। यहां पर एक छोटा सा गांव स्थापित किया गया जिसमें झोपड़ी, पशुपालन और ग्रामीण परिवेश से संबंधित समस्त गतिविधियों का एक लघुरूप प्रस्तुत किया गया।  इस गांव को तैयार करने में एसीईओ विजयसिंह नाहटा के निर्देशन में विनोद पानेरी, अशोक सेन, प्रतिभावान शिक्षिका प्रीति कुलश्रेष्ठ, कमलेश सक्सेना, दक्षा उपाध्याय, उषा शर्मा, जीवीटी के उदयलाल गुर्जर, एच.के.तंवर, आशीष शर्मा, कोदरलाल बुनकर, रामनिवास गुप्ता तथा भरत देासी, प्रभात शाह, प्रदीप राठौड़, वासुदेव शर्मा, शैलेन्द्र सर्राफ ने अपनी सेवाएं दी।  

मिस्टर और मिस माही प्रतियोगिता में उमड़ा उत्साह: 

रंगारंग माही महोत्सव के तहत  मिस्टर एवं मिस माही प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में पराग चौबीसा को मिस्टर माही तथा बेनज़ीर खान को मिस माही का खिताब प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के तहत मिस्टर माही के लिए कुल सात प्रतिभागियों तथा मिस माही के लिए चार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में 18-25 वर्ष आयु वर्ग के न्यूनतम दसवीं उत्तीर्ण इन अविवाहित युवक-युवतियों ने तीन राउण्ड में अपने व्यक्तित्व और कौशल का प्रदर्शन किया। पहला राउण्ड  स्वपरिचय का, दूसरा राउण्ड प्रतिभा प्रदर्शन तथा तीसरा राउण्ड बौद्धिक कौशल का हुआ जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ अपनी प्रस्तुतियां दी।  मिस्टर माही प्रतियोगिता में आरीफ मोहम्मद, दीपक त्रिपाठी, अंकित निगम, ताहेर शेरानी, ज़हीर अब्बास, पराग चौबीसा और राजेश चरपोटा ने तथा मिस माही प्रतियोगिता के लिए चांदनी राठौड़, वैशाली माथुर, रूबिना मंसूरी व बेनज़ीर खान पठान ने प्रस्तुतियां दी।
 जिला कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता ने प्रतियोगिता के तीनों राउण्ड में अव्वल रहने पर शहर के पैलेस रोड़ निवासी पराग चौबीसा को मिस्टर माही तथा इंदिरा कॉलोनी निवासी बेनज़ीर खान पठान को मिस माही के खिताब के लिए नाम की उद्घोषणा की।



 दोनों विजेता प्रतिभागियों को जिला कलक्टर गुप्ता सहित नगर परिषद सभापति राजेश टेलर, उपभोक्ता मंच सदस्य शैलेन्द्र भट्ट आदि ने सैश पहनाया, नकद राशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।












प्रतियोगिता के निर्णायक मीनाक्षी मीणा, एसडीओ वारसिंह, डॉ.सीमा भूपेन्द्र व क्विज मास्टर डॉ. महिपालसिंह राव थे। इस मौके पर प्रतियोगिता आयोजन समिति के नोडल अधिकारी डॉ. डी.के. जैन व अध्यक्ष डॉ. क्षिप्रा राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रतियोगिता को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी और  युवा पहुंचे। प्रतियोगिता का संचालन सतीश आचार्य और नमिता कुलश्रेष्ठ ने किया। 

जल और नभ में दिखे मनोहारी नज़ारे 

  जन-मन में देवताओं की दिवाली के रूप मनाई जाने वाली कार्तिक पूर्णिमा की संध्या कुछ विशेष ही नज़ारों को लिए हुए उसवक्त यादगार बन गई जब माही महोत्सव के तहत कागदी पिक-अप वियर पर दीपदान के तहत प्रवाहित दीपकों ने जल में तथा कुशलबाग मैदान में आतिशबाजी के तहत नभ में दागे गए आतिशी नज़ारों ने जल और नभ को एक साथ सौंदर्य सृृष्टि प्रदान की।  माही महोत्सव आयोजन के रूप में चार वर्षों बाद इस अनोखे नज़ारों के गवाह बने हजारों शहरवासी। सायं कागदी पिक-अप वियर पर माही महोत्सव के तहत दीपदान कार्यक्रम में हजारों शहरवासियों ने जल में दीप प्रवाहित कर महोत्सव के प्रति अपनी श्रद्धाएं व्यक्त की। इस मौके पर पानी पर तैरते हज़ारों दीपकों ने जमीं पर ही तारे उतार देने का नज़ारा प्रस्तुत किया।




 इसी तरह कुशलबाग मैदान में प्रदेश के ख्यातनाम शोरगर उस्मान भाई ने एक के बाद एक अनोखे आतिशी नज़ारों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन किया। शोरगर उस्मान ने 25 विभिन्न प्रकार के आतिशी नज़ारों के 55 आईटमों के माध्यम से दिवाली सा नज़ारा प्रस्तुत किया। ये सभी आतिशी नज़ारे आसमां के सितारों से होढ़ करते नज़र आए। आकर्षक आतिशबाजी को देखने के लिए हजारों की संख्या में शहरवासी मौजूद थे। 

वागड़ गंगा माही के नाम रहा दूसरा दिन: 

  वागड़ अंचल की लोक संस्कृति की धड़कन ‘माही महोत्सव’ का दूसरा दिन पूर्णरूप से ‘वागड़ गंगा माही’ के नाम रहा। गुरुवार को यहां के रहवासियों ने जन-मन में प्राण फूंकती माही मैया की आराधना पूजा के साथ इसके प्रति श्रद्धाओं की अनोखी अभिव्यक्तियां देकर कृतज्ञता जताई।  महोत्सव के दूसरे दिन प्रातः 6.30 बजे ‘रन-फोर माही’ का आयोजन किया गया।


 शहर के गांधी मूर्ति तिराहे से जिला कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता, नगर परिषद सभापति राजेश टेलर ने हरी झण्डी दिखाकर ‘रन-फोर-माही’ को रवाना किया और इस दौड़ को नेतृत्व दिया। कलक्टर और अन्य जनप्रतिनिधियों को इसमें दौड़ता देख कई लोग जुड़े। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, शहरवासी और युवाओं ने गांधी मूर्ति तिराहे से एसपी चौराहा होते हुए डायलाब तक सामूहिक दौड़ लगाते हुए माही महोत्सव के प्रति अपने जुड़ाव को प्रदर्शित किया।   रन-फॉर-माही में अपनी भागीदारी निभाने वाले प्रतिभागियों को डायलाब तालाब पर सरप्राईज गिफ्ट भी प्रदान किए गए।  



विकास के वरदान के लिए माही मैया को किया नमन :

महोत्सव के तहत  बांसवाड़ावासियों ने जिले को विकास का वरदान प्रदान करने के लिए गेमन पुल पहुंच कर माही मैया की पूजा अर्चना कर नमन किया।





  जिला कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता, बांसवाड़ा विधायक अर्जुनसिंह बामनिया व नगर परिषद सभापति राजेश टेलर ने पं. मगनलाल त्रिवेदी, पं. इच्छाशंकर जोशी व पं. अशोक शुक्ला के आचार्यत्व में गेमन पुल पर स्थित माही मैया के मंदिर के गर्भगृह में देवी प्रतिमा की पूजा अर्चना की और देवी को पुष्पहार पहना कर नमन किया।   माही मैया की प्रतिमा की पूजा अर्चना उपरांत समस्त अतिथियों ने गेमन पुल में माही नदी को अर्घ्य चढ़ाया और देवी का नमन कर जिले की सर्वतोमुखी खुशहाली की कामना की।

 






नौकायन प्रतियोगिता में उमड़े ग्रामीण:  

माही महोत्सव के दूसरे दिन का प्रमुख आकर्षण गेमन पुल में नौकायन प्रतियोगिता का आयोजन था। दूर-दूर तक पसरी जलराशि में नौकाओं की दौड़ को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी और ग्रामीण उमड़े। जैसे ही जिला कलक्टर कुंजबिहारी गुप्ता और विधायक अर्जुनसिंह बामनिया ने व्हीसल बजाकर नौका चालकों को रवाना किया तो गजब की फुर्ती के साथ चालकों ने नौकाओं को चप्पूओं के सहारे भगाना प्रारंभ किया। अथाह जलराशि में नौकाओं की दौड़ को देखने के लिए जुटे ग्रामीणों ने तालियां बजाकर हौसला अफज़ाई की। एक किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने के बाद जैसे ही नौकाएं वापस अंतिम बिन्दु पर पहुंची तो लोगों ने अव्वल रहने वाले नौकाचालकों को दुगुनी ऊर्जा के साथ स्वागत किया।





रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा: 

महोत्सव के तहत दो सांस्कृतिक निशाओं का आयेाजन किया गया। इनमें स्थानीय लोक कलाकारों के साथ आदिम सांस्कृतिक कलाओं से जुड़े देश के ख्यातनाम कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां देकर लोगों को मन मोहा। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों ने आदिम नृत्यों की प्रस्तुतियां दी वहीं इण्डियन आईडल फेम बांसवाड़ा के चरित दीक्षित और दीपाली के गीतों पर समूचा बांसवाड़ा झूमता नज़र आया।







रंगों और हीना से हुई भावाभिव्यक्ति 

माही महोत्सव में बांसवाड़ा का सूचना केन्द्र उत्सवी माहौल से सराबोर रहा। महोत्सव के तहत यहां पर रंगोली, मेहंदी व चित्रकला प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों और युवा कलाकारों का सैलाब सा उमड़ पड़ा था। माही महोत्सव के प्रति रंगों व कल्पनाओं के सहारे भावाभिव्यक्ति की इन प्रतियोगिताओं में शहर के स्कूली विद्यार्थियों व युवतियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और विविध माध्यमों से अपने हुनर की अभिव्यक्तियां दी। सभी प्रतियोगिताएं कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में सम्पन्न हुई।










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- कमलेश शर्मा
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी, 
बांसवाड़ा (राज.) Cell  9414111123